FeelingHub क्या है?
FeelingHub एक ऑनलाइन सोशल प्लेटफॉर्म है, जो खास तौर पर उन लोगों के लिए बनाया गया है जो अपनी भावनाओं को खुलकर व्यक्त करना चाहते हैं — चाहे वो अकेलापन हो, रिश्तों की उलझन हो, मानसिक तनाव हो या जीवन से जुड़ी कोई भी निजी चुनौती। यहाँ आप अपनी कहानी गुमनाम या नाम के साथ साझा कर सकते हैं और दूसरों की कहानियों से जुड़कर मानसिक सुकून पा सकते हैं।
FeelingHub में क्या-क्या होता है?
- 🔐 गोपनीयता से भावनाएँ साझा करना
- 💬 अनजान लोगों से सहारा मिलना और गहराई से बात करना
- 📱 एंड-टू-एंड एनक्रिप्टेड चैट
- 🎯 मेंटल वेलनेस को बढ़ावा देने वाली स्टोरीज़ और चर्चाएँ
- 🆓 फ्री और सहज उपयोग
FeelingHub की शुरुआत कैसे हुई?
FeelingHub के संस्थापक हैं ललित भादू और मनीष मित्तल, जो बचपन के दोस्त हैं और दोनों MERN Stack डेवलपर्स हैं। हरियाणा से आने वाले इन दोनों दोस्तों ने एक साल पहले इस मंच की नींव रखी थी, यह सोचकर कि लोगों को एक ऐसा सुरक्षित स्थान मिलना चाहिए जहाँ वे अपनी भावनाओं को गुमनाम रूप से साझा कर सकें।
इनका उद्देश्य सिर्फ एक टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट बनाना नहीं था, बल्कि एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म तैयार करना था जो लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सके — खासकर मानसिक स्वास्थ्य को लेकर।
FeelingHub के संस्थापक: ललित भादू और मनीष मित्तल
🧑💻 ललित भादू

- भूमिका: Co-Founder & MERN Stack Developer
- स्थान: हरियाणा, भारत
- पृष्ठभूमि: ललित को शुरू से ही वेब डेवलपमेंट और टेक्नोलॉजी में रुचि रही है। उन्होंने MERN Stack (MongoDB, Express, React, Node.js) में विशेषज्ञता हासिल की और अपने कौशल का उपयोग करते हुए FeelingHub जैसे संवेदनशील और उपयोगकर्ता-केंद्रित प्लेटफ़ॉर्म की नींव रखी।
👨💻 मनीष मित्तल

- भूमिका: Co-Founder & MERN Stack Developer
- स्थान: हरियाणा, भारत
- पृष्ठभूमि: मनीष, ललित के बचपन के दोस्त हैं और तकनीकी दृष्टि से बेहद प्रतिभाशाली हैं। उन्होंने भी MERN स्टैक में गहरी समझ विकसित की है और वे इस प्रोजेक्ट में बैकएंड से लेकर सिक्योरिटी तक का ध्यान रखते हैं। उन्होंने MERN Stack (MongoDB, Express, React, Node.js) में विशेषज्ञता हासिल की और अपने कौशल का उपयोग करते हुए FeelingHub जैसे संवेदनशील और उपयोगकर्ता-केंद्रित प्लेटफ़ॉर्म की नींव रखी।
🎯 उद्देश्य
ललित और मनीष का उद्देश्य केवल एक प्लेटफ़ॉर्म बनाना नहीं था, बल्कि एक ऐसा “भावनात्मक सहारा” (Emotional Support Space) तैयार करना था जो हर व्यक्ति को अपनी बात कहने का, सुनने का और समझने का मौका दे।
वे मानते हैं कि डिजिटल युग में भी इंसानों को भावनात्मक जुड़ाव की ज़रूरत होती है — और FeelingHub उसी जुड़ाव को एक सुरक्षित, सरल और निजी अनुभव के रूप में प्रस्तुत करता है।