आजकल टीवी और इंटरनेट पर सबसे ज्यादा विज्ञापन किसी का आता है तो वो है कॉन्डम। पान से लेकर अचार पापड़ के फ्लेवर वाले। बोले तो कुछ बचा नहीं। जिस फ्लेवर का कॉन्डम मार्केट में आता न हो।तो आज हम आपको इसी विशेष वस्तु पर ज्ञान देने जा रहे हैं जिसका उपयोग हर वो आदमी करता है जिसको अपने देश की चिंता है, तो आइए जानें कि आखिर कॉन्डम की खोज कब कहां और किसने किया…
कहा जाता है कि सबसे पहले मिस्र के लोगों ने कंडोम का इस्तेमाल किया। अन्य प्राचीन सभ्यताओं में भी इस तरह के उपाय का ज़िक्र मिलता है लेकिन इसका पहला लिखित प्रमाण है सोलहवीं शताब्दी का, जब एक इतालवी शरीर विज्ञानी गेब्रियल ने, रोगों से बचाव के लिए कंडोम तैयार किया। आधुनिक कंडोम का आविष्कार 1870 में हुआ और लेटैक्स के कंडोम बनने शुरु हुए 1930 के बाद शुरू हुए।
आज कॉन्डम के बारे में ले लीजिए 10 ज्ञान की बातें, आएंगी बड़े काम
..तो 5000 साल पुराना है इसका इतिहास
इस शब्द को लैटिन भाषा के कंडस से उठाया गया है। इसका अर्थ है संदूक। कुछ बुद्धिमान लोगों का कहना है कि कि फ्रांस की एक गुफा में इसकी कलाकृति मिली थी। जो करीब 5000 साल पहले की थी।इस आधार पर कहा जा सकता है कि कॉन्डम का इतिहास बहुत पुराना है। मर्दों से ज्यादा औरतें इसको खरीदती हैं। हैरानी की बात तो ये है कि दुनिया में बिकने वाले कुल कॉन्डम में से करीब 40 प्रतिशत कॉन्डम महिलाओं द्वारा खरीदा जाता है।
जानकारी के मुताबिक दुनिया भर में सबसे ज्यादा कॉन्डम की बिक्री वेलेंटाइन डे के दिन होती है। इस दिन 30 प्रतिशत अधिक बिक्री होती है। इस बार 14 फरवरी को अमेरिका में हर सेकेंड में इसकी 87 बिक्री हुई थी।कॉन्डम से जुड़ी कुछ खास बातें
1.पहला रबर कंडोम 1944 में बना था।
2. इसको सूअर की आंत से बनाया गया था।
3. एक कंडोम में 1 गैलन पानी भर सकते हैं।
4. अपने शुरुआती दौर में कॉन्डम काफी छोटे साइज में आते थे।
5. सबसे पुराना कॉन्डम 1640 में सामने आया था।
इस वाले को ऑस्ट्रिया के म्यूजिम में रखा गया है।गगूल के मुताबिक 1832 में चार्ल्स गुडइयर द्वारा रबर कॉन्डम का आविष्कार किया गया था, और 1844 में पेटेंट कराया गया था। 1855 में पहली रबर कंडोम का उत्पादन किया गया था, और 1850 के दशक के अंत तक कई प्रमुख रबड़ कंपनियां अन्य वस्तुओं, रबर कंडोम के बीच बड़े पैमाने पर उत्पादन करने लगी थी।